- हर कोई यह चाहता है कि शादी के बाद वे एक अच्छी जिंदगी जीए। लेकिन यह तभी हो सकता है जब पति और पत्नी के बीच अच्छी समझ हो। बिना एक दूसरे को सही से जाने समझे शादी के रिश्ते को ठीक से निभाया नहीं जा सकता।जब एक कपल शादी के बंधन में बंध जाता है, तो उनकी आंखों में आने वाले कल के लिए कई सपने सजने लगते हैं। इन सपनों को पूरा करने और हर लम्हे को खुशी से जीने के लिए यह समझना जरूरी है कि वैवाहिक जीवन कैसा होना चाहिए। वैवाहिक जीवन का अर्थ क्या है और एक आदर्श शादीशुदा जिंदगी कैसी होनी चाहिए। शादी के बाद पति पत्नी को कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है जो निम्नलिखित हैं।
विवाह क्या है?
कानूनी और धार्मिक तरीके से महिला और पुरुष द्वारा साथ रहने की कसमें खाने के बाद संग बिताए जाने वाले समय को वैवाहिक जीवन कहा जाता है। जब इंसान किशोरावस्था से युवावस्था की तरफ बढ़ता है, तो उसे जीवन यापन के लिए एक साथी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए विवाह का फैसला लिया जाता है। विवाह के बाद ही किसी भी महिला या पुरुष का वैवाहिक जीवन शुरू होता है।
(1) आपसी समझ : पति-पत्नी के रिश्ते में आपसी समझ होनी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक दूसरे के व्यक्तित्व, पसंद, नापसंद जैसी सभी चीजों के बारे में समझना होगा। जब वो एक दूसरे को अच्छी तरह से समझने लगेंगे, तो रिश्ता मजबूत होता जाता है और दोनों प्यार से अपनी जिंदगी एक साथ बिताते हैं।
(2) विश्वास : किसी भी रिश्ते की बुनियाद विश्वास और भरोसे पर ही टिकी होती है। यही वजह है कि पति-पत्नी के रिश्ते में भी विश्वास का होना बेहद जरूरी है। पति और पत्नी दोनों अगर अपने रिश्ते को मजबूत और खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं, वो एक दूसरे पर अटूट विश्वास को बनाए रखें।
(3) अहंकार को कहें अलविदा : पति-पत्नी के बीच में अहंकार की जगह नहीं होनी चाहिए। अहंकार अच्छे-से-अच्छे रिश्ते को खराब कर देता है। अक्सर देखा गया है कि शादीशुदा कपल्स के बीच में अहंकार आ जाता है, जिस वजह से उनके रिश्ते में दरार पड़ने लगती है। ऐसे में रिश्ते के लिए अहंकार से दूरी बनाए रखना ही बेहतर होगा।
(4) संयम बरतना आना चाहिए : पति-पत्नी दोनों को संयम बरतना आना चाहिए। इससे रिश्ते में खटास पैदा होने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। कभी-कभी ऐसा होता है कि काम के प्रेशर की वजह से पति-पत्नी एक दूसरे पर अपना गुस्सा निकाल देते हैं। ऐसे में संयम बरतते हुए सामने वाले की परिस्थिति को समझें। इससे विवाद नहीं बढ़ेगा और रिश्ते की मिठास भी बनी रहेगी।
(5) प्यार और रोमांस से भरपूर : पति-पत्नी का रिश्ता प्यार और रोमांस से भरपूर होना चाहिए। इस रिश्ते में प्यार और रोमांस को जितनी जगह मिलेगी वह उतना ही मजबूत होगा। प्यार जीवन में सुख, शांति और खुशहाली लेकर आता है। इसी वजह से हर रिश्ते में प्यार का होना जरूरी है और पति-पत्नी के बीच तो विशेषकर।
(6) एक दूसरे का सम्मान : पति-पत्नी दोनों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि केवल पति ही पत्नी से सम्मान की इच्छा रखते हैं और पत्नी को सम्मान नहीं मिलता है। ऐसा करने से बचें। दरअसल, पति-पत्नी का रिश्ता तभी सफल कहलाता है, जब दोनों के मन में एक दूसरे के लिए बराबर सम्मान हो।
(7) दोनों के बीच अच्छा संवाद : खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए दो लोगों के बीच संवाद होते रहना चाहिए। इससे गलतफहमी से बचे रहने में मदद मिलती है। अगर पति और पत्नी दोनों के बीच संवाद में कमी आती है या फिर बातचीत बंद हो जाती है, तो यह अच्छे रिश्ते का संकेत नहीं है। इसी वजह से किसी भी परिस्थिति में दोनों को एक-दूसरे से अपने दिल की बात बेझिझक कहते रहनी चाहिए।
8. एक दूसरे को समय देना : वैवाहिक जीवन में कड़वाहट तब पैदा होती है जब पति-पत्नी एक दूसरे को समय देना बंद कर देते हैं। ऐसी कड़वाहट से बचने के लिए दोनों को एक दूसरे को समय देना चाहिए।
(9) भावनाओं का ख्याल रखना : पति-पत्नी के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए एक-दूसरे की भावनाओं को समझना जरूरी है। कई बार ऐसा होता है कि किसी एक विषय पर पति-पत्नी के विचार मेल नहीं खाते। ऐसे में दोनों को एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए एक दूसरे का साथ देना चाहिए। इससे रिश्ता गहरा होता है और अनबन की आशंका कम हो जाती है।
(10) झूठ न बोलना : अच्छे-से-अच्छे रिश्ते की नींव को झूठ कमजोर कर देता है। इसी वजह से पति-पत्नी को कभी भी एक दूसरे से झूठ नहीं बोलना चाहिए। झूठ बोलने से रिश्ते में दरार पैदा हो सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि दोनों एक दूसरे से झूठ न बोलें और न ही कभी कुछ छिपाएं।
(11) विवाद सुलझाना : अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए पति-पत्नी दोनों को विवाद सुलझाना आना चाहिए। अगर कभी पार्टनर का मूड खराब है या वो गुस्सा कर रहे हैं, तो समझदारी से काम लें। प्यार से पूछें कि क्या हुआ है या फिर कुछ देर के लिए उन्हें अकेले छोड़ दें। ऐसा करने से बात बढ़ेगी नहीं।
(12) एक दूसरे के परिवार का सम्मान : खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने के लिए पति-पत्नी का एक दूसरे के परिवार वालों को भी सम्मान देना जरूरी है। ऐसा करने से दोनों के दिल में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना बढ़ेगी और प्यार भी गहरा होता चला जाएगा।
(13) पुरानी बातों को भूल जाएं : कई बार पति-पत्नी के बीच अगर किसी बात को लेकर विवाद होता है, तो उस दौरान वो पुरानी बातें भी लेकर आ जाते हैं। इससे विवाद सुलझने के बजाए और बढ़ता चला जाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि पति-पत्नी दोनों पुरानी बातों को भूल जाएं और उसके बारे में बार-बार बातें करके परिस्थिति को और खराब न करें।
(14) साथ मिलकर लें फैसला : पति-पत्नी के जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए जरूरी है कि दोनों एक दूसरे की बातें सुनें और उसे अहमियत दें। कई बार ऐसा होता है कि घर के अधिकतर फैसले पुरुष ही ले लेते हैं और महिलाओं को इसका हक नहीं मिलता। ऐसा करने से बचें। पति-पत्नी दोनों को एक साथ मिलकर फैसला लेना चाहिए। इससे दोनों को एक दूसरे की राय पता चलेगी। साथ ही फैसले में सहमति भी मिलेगी।
(15) काम में हाथ बटाएं : आज के समय में महिलाओं और पुरुषों में कोई अंतर नहीं है। पति के साथ-साथ अब पत्नी भी ऑफिस जाती हैं। ऐसे में घर के कामों के लिए महिलाओं के पास ज्यादा समय नहीं बच पाता, जिस वजह से उनका मन चिड़चिड़ा होने लगता है। ऐसी स्थिति रिश्ते में दरार डाल सकती है, इसलिए बेहतर होगा कि दोनों साथ मिलकर घर के काम करें, ताकि किसी एक पर अधिक भार न पड़े।
(16) छोटी-छोटी बातों का रखें ध्यान : पति-पत्नी दोनों को एक दूसरे की हर छोटी-मोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि पार्टनर को खाने में क्या पसंद है, उसे कौन सी जगह घूमना अच्छा लगता है, उसके पसंदीदा रंग कौन-से हैं, आदि। इससे समय-समय पर उन्हें छोटे-छोटे सरप्राइज देने में मदद मिलती है और रिश्ते में प्यार बढ़ता है।
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